लखनऊ न्यूज डेस्क: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने हाल ही में अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि अब पार्टी में उनका कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा। इस फैसले के बाद आकाश आनंद ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा कि वह मायावती के नेतृत्व में त्याग, निष्ठा और समर्पण के मूल्यों को समझे हैं, और उनके हर फैसले का सम्मान करते हैं। उन्होंने इस फैसले को अपने लिए भावनात्मक रूप से कठिन बताया, लेकिन साथ ही इसे एक बड़ी चुनौती और परीक्षा भी माना।
आकाश आनंद ने आगे लिखा कि वह बहुजन मिशन के सच्चे कार्यकर्ता के रूप में काम करते रहेंगे और अपने समाज के हक की लड़ाई आखिरी सांस तक लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ विरोधी सोच रहे हैं कि इस फैसले से उनका राजनीतिक करियर खत्म हो गया, लेकिन बहुजन आंदोलन कोई करियर नहीं, बल्कि करोड़ों दलित, शोषित, वंचित और गरीबों के आत्म-सम्मान की लड़ाई है। उन्होंने यह भी कहा कि यह एक विचारधारा और आंदोलन है, जिसे दबाया नहीं जा सकता, और इस मिशन को आगे बढ़ाने के लिए लाखों आकाश आनंद हमेशा तैयार रहेंगे।
मायावती ने रविवार को पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक में इस फैसले की जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक, आकाश आनंद बैठक में शामिल होने आए थे, लेकिन मायावती के रुख का पता चलते ही वह वापस चले गए। बैठक में मायावती ने स्पष्ट किया कि उनके लिए पार्टी और मूवमेंट पहले है, जबकि परिवार और रिश्ते-नाते बाद में आते हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाया कि जब तक वह जीवित हैं, पूरी निष्ठा और ईमानदारी से पार्टी को आगे बढ़ाने का प्रयास करती रहेंगी।
मायावती ने पार्टी संगठन में कुछ अहम बदलाव भी किए हैं। उन्होंने अपने भाई आनंद कुमार और वरिष्ठ नेता रामजी गौतम को नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाया है। आनंद कुमार दिल्ली में रहकर संगठन का काम देखेंगे, जबकि रामजी गौतम देश के विभिन्न राज्यों में जाकर पार्टी की स्थिति की समीक्षा करेंगे और संगठन को मजबूत करने का कार्य करेंगे। इसके अलावा, जिन राज्यों में चुनाव नजदीक हैं, वहां वह ज्यादा समय देकर पार्टी को मजबूत करने का प्रयास करेंगे।
बसपा प्रमुख ने रामजी गौतम की कार्यशैली की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी मेहनत से पार्टी के नेता और कार्यकर्ता खुश हैं। उन्होंने पार्टी के लोगों को आश्वासन दिया कि आगे के कार्यक्रमों को और प्रभावी तरीके से लागू किया जाएगा। इसके साथ ही, मायावती ने पार्टी की कार्यप्रणाली की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए, ताकि पार्टी को और मजबूत किया जा सके और आगे की रणनीति तय की जा सके।